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शाहबाज़ शरीफ का छलका दर्द, कहा अब हमारे मित्र देश भी नहीं चाहते पाकिस्तान 'भीख का कटोरा' लेकर आए

01 Jun 2025 02:57

शाहबाज़ शरीफ का छलका दर्द, कहा अब हमारे मित्र देश भी नहीं चाहते पाकिस्तान 'भीख का कटोरा' लेकर आए

भारत से एक दिन पहले आजाद हुए पाकिस्तान की हालत यह है कि वह अक्सर अपने मित्र राष्ट्रों के सामने भीख का कटोरा लिए खड़ा नजर आता है. भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के विकास की रफ्तार में बहुत बड़ा अंतर है. पाकिस्तान ने अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए आतंकवाद के रास्ते को चुना. जिसके लिए उसे कई बार बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ी लेकिन अब भी पाकिस्तान का हु्क्मरान आतंकियों के फन कुचलने के बदले उसे अपनी सरपरस्ती में पाल-पोष रहा है.

आटे को बोरियों के लिए लड़ते दिखे थे पाकिस्तान लोग
हाल के दिनों में ही पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति ऐसी खराब हो गई थी कि यहां आटे की बोरियों के लिए लोग एक-दूसरे की खून बहाते नजर आए थे. राजनीतिक उठापटक और सेना के दवाब से पाकिस्तान अभी तक कर्ज रूपी बैसाखी के सहारे ही रेंग रहा है. इस बात को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी खुले मंच से कबूल किया है.

शनिवार को सेना के एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि अब हमारे मित्र भी नहीं चाहते ही पाकिस्तान का भीख का कटोरा लेकर आए.

हमारे दोस्त नहीं चाहते कि हम भीख का कटोरा लेकर उनके पास जाएः शरीफ
अपने संबोधन के दौरान पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि चीन और सऊदी अरब हमारा सबसे भरोसेमंद दोस्त हैं. तुर्की, कतर और UAE भी. लेकिन वे अब हमसे व्यापार से लेकर शिक्षा जैसे क्षेत्रों साझेदारी की उम्मीद करते हैं. वे नहीं चाहते कि हम भीख का कटोरा लेकर उनके पास जाते रहें.

मैं और सेना प्रमुख मुनीर ऐसा करने वाले आखिरी शख्स होंगेः पाक पीएम
पीएम शरीफ ने आगे कहा कि मैं और सेना प्रमुख आसिम मुनीर ऐसा करने वाले आखिरी शख्स होंगे. मालूम हो कि चीन, अमेरिका, तुर्किये, कतर के साथ-साथ IMF और अन्य इंटरनेशनल संस्थाओं ने अलग-अलग मौकों पर पाकिस्तान को बड़ी आर्थिक मदद दी है. लेकिन इन आर्थिक मदद के बाद भी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पटरी पर नहीं लौट सकी है. 
 

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